हर घर की रसोई में नमक का एक खास स्थान है। चाय में, सलाद में या तीखे करी में – बिना नमक के स्वाद अधूरा लगता है। लेकिन क्या आपको पता है कि सही मात्रा में नमक रखना आपके स्वास्थ्य के लिए कितना फायदेमंद हो सकता है? चलिए, नमक के उपयोग, उसके असर और सही मात्रा के बारे में आसान‑साधे तरीके से बात करते हैं।
नमक को तोड़‑तोड़ कर डालना अक्सर खाने को तेज़ बनाता है, लेकिन अगर आप उसे धीरे‑धीरे मिलाते हैं तो स्वाद अधिक संतुलित रहता है। डिश शुरू करने से पहले थोड़ा नमक मिलाएँ, फिर पकने के बाद फिर से चखें और जरूरत के हिसाब से थोड़ा और डालें। इससे नमक का स्वाद पूरे व्यंजन में बराबर बंट जाता है और आप ज्यादा नहीं डालते।
अगर आप सॉस या ग्रेवी बना रहे हैं, तो सबसे पहले कच्चे मसालों के साथ नमक मिलाकर थोड़ा भूनें। यह कच्चे नमक को मसालों में घुलने में मदद करता है और पकाते‑पकाते नमक का स्वाद उठ जाता है। साथ ही, तेल में नमक नहीं डालने से तेल के धुएँ की समस्या भी कम होती है।
जब आप सूप या स्टॉक बनाते हैं, तो सोरिस (साबुत नमक) या समुद्री नमक का इस्तेमाल करें। ये नमक रासायनिक रूप से हल्के होते हैं और सूप में एक हल्का खनिजीय स्वाद जोड़ते हैं। लेकिन याद रखें, आधा चम्मच से शुरू करें और फिर धीरे‑धीरे बढ़ाएँ।
बहुत से लोग считают, что नमक हमेशा नुकसानदायक है। हकीकत यह है कि शरीर को थोड़ी‑सी मात्रा में सोडियम की जरूरत होती है – यह टिश्यू की पानी संतुलन, नसों की कार्यशीलता और मसल्स के संकुचन में मदद करता है। लेकिन जब आप रोज़ 5‑6 गिलास नमकीन स्नैक्स या तैयार भोजन खाते हैं, तो सोडियम का स्तर जल्दी बढ़ जाता है।
उच्च रक्तचाप, दिल की बीमारी और किडनी समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है अगर आप रोज़ 5‑6 ग्राम से ज्यादा नमक लेते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन का सुझाव है कि वयस्क रोज़ 5 ग्राम (एक चम्मच) से ज्यादा न लें। अगर आप थाली में कम नमक डालकर भी स्वाद को बढ़ाना चाहते हैं, तो नींबू, काली मिर्च, हरी पत्तियां या लहसुन का इस्तेमाल करें। ये चीजें बिना नमक के भी स्वादिष्ट बनाती हैं और स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर हैं।
एक छोटी सी ट्रिक: खाने के बाद अगर आप तुरंत नमक न डालें, तो आपका जेब में हल्का नमकीन स्वाद बचा रहेगा, जिससे आप कम नमक खा पाएंगे। साथ ही, रात में सोने से पहले नमक वाला स्नैक खाने से नींद में खलल पड़ सकता है, इसलिए इस समय से बचें।
सारांश में, नमक को सही जगह, सही मात्रा में इस्तेमाल करें और हेल्थी विकल्पों से उसके स्वाद को संतुलित रखें। इस तरह आपका खाना स्वाद से भरपूर रहेगा और आपका शरीर भी स्वस्थ रहेगा।
भारत में बहुत से विशेष और आकर्षक खाद्य पदार्थ हैं। ये कुछ पारंपरिक रसोई के तरीकों द्वारा बनाए जाते हैं और कई तरह के मसालों, नमक, तेल और अन्य सामग्रीयों का उपयोग करते हैं। ये भारत की विशेषता हैं और दुनिया भर में लोगों को पसंद होते हैं।